
अजामिल कथा: नारायण नाम की शक्ति और यमदूतों की हार !
88 साल पाप, एक 'नारायण' पुकार और खाली हाथ लौटे यमदूत! जानें अजामिल की अद्भुत कथा

88 साल पाप, एक 'नारायण' पुकार और खाली हाथ लौटे यमदूत! जानें अजामिल की अद्भुत कथा

यह उप-शीर्षक सीधे उस संकट को उजागर करता है जिसके कारण भगवान विष्णु को हयग्रीव अवतार लेना पड़ा, और यह आपके लेख के एक महत्वपूर्ण खंड का परिचय दे सकता है।

भगवान यज्ञ: धर्म की स्थापना और यज्ञस्वरूप विष्णु के अवतार की पूर्ण कथा

जब त्रिदेवों ने एक साथ अवतार लेकर पृथ्वी को आत्मज्ञान का मार्ग दिखाया — वही दिव्य स्वरूप हैं भगवान दत्तात्रेय।

भगवान कपिल ने न केवल अपनी माता को मोक्ष का मार्ग दिखाया, बल्कि पूरे संसार को बताया कि सच्चा ज्ञान तभी पूर्ण होता है जब उसमें भक्ति और आत्मसंयम का प्रकाश जुड़ जाए।

नर-नारायण: एक दिव्य युगल अवतार, जहाँ परमात्मा स्वयं मानव बनकर धर्म की स्थापना और अधर्म के विनाश के लिए सहस्रों वर्षों तक तपस्यारत रहे।

कैसे नारद मुनि बने त्रिलोक में भक्ति के अग्रदूत — जानिए उनके पूर्वजन्म की कथा, श्रीहरि से प्राप्त वरदान, और युगों तक चलने वाली लीला का रहस्य

"कैसे ब्रह्मा के मानसपुत्र चार कुमार बने सनातन धर्म के अद्वितीय ज्ञानयोगी, जिनकी भक्ति ने स्वयं भगवान विष्णु को प्रकट होने पर विवश कर दिया

जब कुछ भी नहीं था, तब केवल वही थे – जानिए कैसे आदिपुरुष के रूप में भगवान विष्णु ने सृष्टि का आरंभ किया और वेदों का प्रकाश किया।

भगवान विष्णु ने सृष्टि की रचना कैसे की?

भगवान श्री हरि की वह स्तुति, जिसे स्वयं भगवान शिव और ब्रह्मा जी ने गाया है !

जानिए राधा रानी का अलौकिक प्रेम, शिव जी के शब्दों में उनकी महिमा और उनके 28 दिव्य नामों का महत्व। कैसे राधा रानी का स्मरण और भक्ति जीवन को शुद्ध करती है और मोक्ष का मार्ग दिखाती है।

हमने भगवान के 10 अवतारों के बारे में पढ़ा है, जिन्हें दशावतार कहा जाता है। लेकिन शास्त्रों और पुराणों के अनुसार, पढ़िए भगवान के कितने अवतार हुए हैं?
क्या आप जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण के अनंत स्वरूपों में से चार प्रमुख रूप कौन से हैं? पढ़िए इन चार रूपों की अद्भुत लीलाओं और महिमा के बारे में।

श्री राधा और श्रीकृष्ण का प्रेम केवल एक कथा नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा का मिलन है। पढ़िए, कैसे उनका निस्वार्थ प्रेम और भक्ति जीवन को प्रेरणा देते हैं।

भगवान की शक्तियां क्या हैं, और माया व योगमाया के गूढ़ रहस्य को कैसे समझा जा सकता है

जगन्नाथ: सृष्टि के रचयिता, हर कण में निवास करने वाले भगवान, और उनकी दिव्य लीलाओं से जीवन के गहरे संदेश।

राधा रानी के अद्वितीय व्यक्तित्व और भागवत में उनके अप्रत्यक्ष उल्लेख का रहस्य, जानें पुराणों में उनकी दिव्यता का वर्णन।

जहां माया का कोई प्रभाव नहीं पड़ता और आत्मा शुद्ध आनंद का अनुभव करती है। जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के इस प्रवचन में जानिए, 14 लोकों के बाद क्या है।